मुख्यमंत्री ने साहित्य सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर उन्हें याद किया
रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कल 31 जुलाई को देश के प्रसिद्ध साहित्यकार, उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर सभी लोगों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने आज यहां जारी शुभकामना संदेश में कहा है कि स्वर्गीय मुंशी प्रेमचंद आधुनिक हिन्दी कथा साहित्य के बेताज बादशाह थे, जिन्होंने ब्रिटिश हुकूमत के दौरान अपनी लेखनी से तत्कालीन समाज में राष्ट्रीय चेतना जागृत करने और विभिन्न प्रकार की सामाजिक विसंगतियों के खिलाफ जन-जागरण का ऐतिहासिक कार्य किया। उन्होंने वर्ष 1918 में सेवासदन, वर्ष 1922 में प्रेमाश्रम, वर्ष 1925 में रंगभूमि, वर्ष 1932 में कर्मभूमि और वर्ष 1936 में गोदान जैसे कालजयी उपन्यासों की रचना की। डॉ. सिंह ने कहा-मुंशी प्रेमचंद न सिर्फ एक कुशल उपन्यासकार थे, बल्कि उन्होंने सैकड़ों कहानियों के जरिए भी समाज की संवेदनाओं को झकझोरने का सार्थक प्रयास किया। वे एक सिद्धहस्त नाट्य लेखक भी थे। मुख्यमंत्री ने साहित्य सम्राट को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा- हिन्दी भाषा और साहित्य को समृद्ध बनाने में मुंशी प्रेमचंद के योगदान को युगों-युगों तक याद रखा जाएगा। ज्ञातव्य है कि मुंशी प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई 1880 को उत्तर प्रदेश में वाराणसी के पास ग्राम लमही और निधन 08 अक्टूबर 1936 को वाराणसी में हुआ था।