राज्य के विकास के सफर से रू-ब-रू हुईं स्वसहायता समूह की महिलाएं
हमर छत्तीसगढ़ योजना में अध्ययन भ्रमण पर आईं कोरिया, बलरामपुर-रामानुजगंज, सूरजपुर, राजनांदगांव, दुर्ग एवं गरियाबंद की महिला स्वसहायता समूहों की पदाधिकारियों ने पिछले डेढ़ दशक में छत्तीसगढ़ में हुए विकास को नजदीक से देखा। अध्ययन प्रवास के पहले दिन आज उन्होंने नया रायपुर में जंगल सफारी, मंत्रालय, शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम और पुरखौती मुक्तांगन का भ्रमण कर अपना अनुभव संसार समृद्ध किया।
छह जिलों से स्वसहायता समूहों की 675 महिलाएं दो दिनों की अध्ययन यात्रा पर रायपुर आई हुई हैं। इनमें राजनांदगांव की 192, गरियाबंद की 134, दुर्ग की 111, सूरजपुर की 93, कोरिया की 81 एवं बलरामपुर-रामानुजगंज की 64 महिलाएं शामिल हैं। स्वसहायता समूहों की पदाधिकारियों ने पुरखौती मुक्तांगन में देर शाम लाइट एंड साउंड शो का आनन्द लिया, जहां कलाकारों ने ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों के कार्यों और जिम्मेदारियों पर आधारित नाट्य मंचन से उन्हें जागरूक किया। महिलाओं ने हमर छत्तीसगढ़ योजना के आवासीय परिसर नया रायपुर के उपरवारा के होटल प्रबंधन संस्थान में प्रशिक्षण और सामूहिक चर्चा में भी हिस्सा लिया। इसमें उन्हें अनेक योजनाओं तथा शासकीय कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन के बारे में बताया गया।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से आज यहां उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ी फिल्म अभिनेता और पद्श्री अलंकरण से सम्मानित श्री अनुज शर्मा के नेत्त्व में फिजी में आयोजित भारत महोत्सव में भाग लेने वाले छत्तीसगढ़ी फोक बैंड आरूग दी अनटच्ड के कलाकारों ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने इन कलाकारों को महोत्सव में पारम्परिक वाद्ययंत्रों के जरिए लोकगीतों की शानदार प्रस्तुति के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह से मुलाकात के दौरान श्री अनुज शर्मा ने छत्तीसगढ़ के कलाकारों की फिजी यात्रा तथा भारत महोत्सव के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फिजी में आयोजित भारत महोत्सव के समापन अवसर पर छत्तीगसढ़ के आरूग बैंड के कलाकारों ने करमा, ददरिया, सुआ, नचौड़ी आदि पारम्परिक विधाओं की शानदार प्रस्तुति दी। प्रस्तुति में पारम्परिक वाद्ययंत्रों का उपयोग किया गया, जिसे वहां के लोगों ने काफी सराहा। यहां की संस्कृति की झलक पाकर फिजी के लोगों को अपने-पन का अहसास हुआ। इस अवसर पर श्री शर्मा ने मुख्यमंत्री से छत्तीसगढ़ के कलाकारों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले सांस्कृतिक महात्सवों में अधिक से अधिक प्रस्तुति का मौका दिलानें का भी आग्रह किया।