लोकसभा में कल समाजवादी पार्टी के सांसद आज़म ख़ान की एक टिपण्णी को लेकर आज ब’वाल का आलम रहा. इस मामले पर आज़म के ख़ि’लाफ़ कार्यवाई करने की माँग भी उठी. भाजपा ने भी इस मुद्दे को पूरी तरह राजनीतिक करने का मौक़ा हाथ से जाने न दिया. परन्तु अब इस मामले में आज़म ख़ान की पत्नी का बयान आया है. उन्होंने अपने पति का बचाव किया.
आज़म खान की पत्नी तन्ज़ीन फातिमा ने कहा है कि आजम खान के खिला’फ साजिश रची जा रही है. उन्होंने दावा किया कि भाजपा के नेता चाहते हैं कि वो संसद में न बोल पायें. फ़ातिमा ने कहा,”आजम खान के खिलाफ ये सा’जिश है ताकि संसद में वो बोल नहीं पाएं.” उन्होंने कहा कि आजम खान को साजिश के तहत फंसाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि इस तरह के आरोप बेबुनियाद हैं और ये सब उर्दू ज़बान की मिठास की वजह से हुआ है. उन्होंने कहा कि कुछ यही बात जया प्रदा वाले मामले में भी हुई थी और तब भी उन्हें फंसाने की कोशिश की गई थी. इस बीच स्पीकर ने कहा कि इस मामले पर वो हर दल से बात करेंगे और उसके बाद आख़िरी फ़ैसला लेंगे.
ओवैसी ने भाजपा से पूछा ये सवाल?
AIMIM नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने स्पीकर से कहा कि वो आज़म ख़ान पर फ़ैसला ज़रूर लें लेकिन साथ ही सरकार में बैठे लोगों को बताना चाहिए कि एमजे अकबर पर जाँच रिपोर्ट का क्या हुआ? ओवैसी ने कहा कि हर सदस्य की इज्जत का ख्याल रखा जाना चाहिए. आप यकीनन फैसला लीजिए और तमाम ख्वातीनों ने इस पर अपनी बात रखी है, मैं उनके साथ हूँ. लेकिन आपके ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने एमजे अकबर पर क्या किया.
ओवैसी ने कहा, ‘मैं सदन के सदस्यों की बात से सहमत हूं. मैं सभी के जज्बातों का अहतराम करता हूं, इज्जत करता हूं. सदन की बेहतरी के लिए यह जरूरी है कि इसे नियम के मुताबिक चलाया जाना चाहिए, जिसमें सभी की इज्जत बरकरार रहे.’ ओवैसी ने स्पीकर से कहा, ‘मेरी आपसे गुजारिश है कि आप जरूर इस मसले पर फैसला लीजिए. यहां मौजूद सभी सांसद आपके साथ हैं और मैं उनके साथ हूं. लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि आपके सत्ताधारी पार्टी के एमजे अकबर से संबंधित मामले में ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की एक कमेटी बनाई थी. उसकी रिपोर्ट कहां गई?’
क्या है मामला?
लोकसभा में कल अजीब ओ ग़रीब स्थिति देखने को मिली. समाजवादी पार्टी के सांसद आज़म ख़ान के एक बयान पर बवाल मच गया. असल में आज़म ख़ान ने भाजपा सांसद रमा देवी जोकि चेयर पर थीं से कहा कि आप मुझे इतनी अच्छी लगती हैं कि मेरा मन करता है कि आप की आँखों में आँखें डाले रहूँ. उनके इस बयान के बाद लोकसभा में हंगामा हो गया.
मंत्रियों ने कहा कि आज़म ख़ान इस बयान के लिए माफ़ी मांगें. वहीं रमा देवी ने कहा कि बात करने का ये कोई तरीक़ा नहीं है, इस बयान को हटा दिया जाए. इस पर आज़म ने रिप्लाई किया कि वो उनकी बहुत इज़्ज़त करते हैं. उन्होंने कहा कि आप मेरी बहन के बराबर हैं. इस बात पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने नेता का बचाव किया. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि आज़म ख़ान जी ने भाजपा सांसद रमा देवी के बारे में कुछ ग़लत बयान दिया है. उन्होंने कहा कि ये लोग इतने रुड हैं.. ये कौन होते हैं ऊँगली उठाने वाले? दूसरी ओर आज़म ख़ान ने अपने बयान का विरोध होने के बाद सदन से वाक-आउट कर दिया.
मैडम तंजीन अपने पत्नीव्रता धर्म का पालन कर रही हैं हमारे कानून में इसकी इजाजत है,उन्हें लगता है कि दोष आज़म का नहीं बल्कि उर्दू भाषा का है पर उनको समझना होगा कि संसद की गरिमा व एक महिला की गरिमा हर मजहब ,भाषा से कही ऊपर है,बूढ़े आज़म खान को नहीं पता क्या शब्दों का चयन क्या होता है,कक्षा 2 के बच्चे को पता है कि चेयर में बैठे किसी सम्मानित व्यक्ति से कैसे बात करनी है पर शायद मदरसे में ये न बताया जाता हो।