भीगे बादाम सबके लिए नही होता है फायदेमंद, जानिए किसे खाना चाहिए किसे नही ..
इस दुनिया में मौजूद ज्यादातर लोग
बादाम से जुड़ी इस बात को जानते हैं कि बादाम का सेवन करने से मनुष्य का दिमाग काफी ज्यादा तेज हो जाता है। लोगों का ऐसा भी मानना होता है कि अगर कोई व्यक्ति बादाम को भिगोकर खाता है तो ऐसे में उसके शरीर को बहुत ही ज्यादा ऊर्जा मिलती है। परंतु लोगों को यह बात बिल्कुल भी मालूम नहीं होती कि कि लोगों को सूखा बादाम और कब लोगों को बादाम को भिगोकर इसका सेवन करना चाहिए। इसलिए आज इस पोस्ट के माध्यम से हम बताने वाले हैं कि बादाम का सेवन किस व्यक्ति को किस तरह से करने से इसके भरपूर फायदे मिलते हैं। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से…
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बादाम का
सेवन करने से इसका सीधा असर लोगों की याददाश्त के ऊपर पड़ता है। याददाश्त के ऊपर सीधा असर पड़ने की वजह से यह लोगों के दिमाग को काफी ज्यादा तेज करने में भी अपनी अहम भूमिका निभाता है। बदाम के अंदर भरपूर मात्रा में विटामिन और मिनरल पाए जाने की वजह से बचपन के दिनों में ज्यादातर बच्चों को बादाम खिलाए जाते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि बादाम बहुत ही
ज्यादा गर्म हुआ करता है और इसके अंदर मौजूद हर एक पोषक तत्व को अच्छे तरीके से अवशोषित करने के लिए ही ही रात भर इस पानी में भिगोकर रखा जाता है। बादाम के ऊपरी सतह पर मौजूद होने वाला टनिन नाम का पदार्थ पोषक तत्वों का अवशोषण करने से रोकता है। यही वजह है कि बदाम को रात में लोग भिगो कर रखते हैं जिससे कि उसका छिलका आसानी से निकल जाए।
जो कोई व्यक्ति दिल की किसी गंभीर बीमारी से
जूझ रहा हो उस व्यक्ति को अपने भोजन में भीगे हुए बादाम को जरूर शामिल करना चाहिए। भीगे हुए बादाम का सेवन करने से व्यक्ति का ब्लड प्रेशर हमेशा सुचारू रूप से चलता है। इसके साथ ही साथ अगर कोई व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर का मरीज है तो ऐसे में उस व्यक्ति को भी भीगे हुए बादाम का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को उनके पेट में पल रहे बच्चों के मस्तिष्क को तेज बनाने के लिए भी बादाम का सेवन करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं और हार्ट के मरीजों के अलावा जिन लोगों के शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा काफी ज्यादा बढ़ी होती है उन लोगों को भी बादाम का सेवन करना चाहिए जिससे कि उनका कोलेस्ट्रोल लेवल हमेशा नियंत्रण में बना रहे।