अमरीकी डॉक्टर्स का दावा,’वुहान मी’ट बाज़ार में नहीं पैदा हुआ कोरोना..’
कोरोनावायरस को लेकर पूरी दुनिया चिंतित है. दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन है और व्यापारिक किर्याएं पूरी तरह बंद हैं. घरों के अन्दर क़ैद लोग बस ये दुआ कर रहे हैं कि किसी तरह इस बीमारी का क़’हर ख़’त्म हो.10 लाख से ज़्यादा लोग पूरी दुनिया में इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं वहीँ 53000 से अधिक लोग इसमें अपनी जान गँवा चुके हैं. मीडिया रिपोर्ट्स और शुरूआती रिसर्च ये बताती हैं कि ये वायरस चीन के शहर वुहान में स्थिति एक मी’ट मार्किट से शुरू हुआ.
वुहान में स्थित इस मी’ट मार्किट में जंगली जानवरों का मास्क भी बेचा जाता था. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक़ चमगादड़ में कोरोनावायरस था जो उसके सेवन के बाद इंसान में आ गया और फिर ये इंसान से इंसान में फैल रहा है. इस बीच एक नई रिसर्च आयी है जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि वुहान मी’ट बाज़ार में कोरोना वायरस का जन्म नहीं हुआ है.
हाल ही में अमेरिका के तुलाने विश्वविद्यालय के मेडिकल स्कूल के प्रोफेसर रॉबर्ट गैरी ने एबीसी को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि नया कोरोना वायरस वुहान सीफूड बाजार में पैदा नहीं हुआ। खास खबर पर छपी खबर के अनुसार, उन्होंने कहा कि हालांकि बहुत से लोगों का मानना है कि नया कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर के एक सीफूड बाजार में पैदा हुआ, लेकिन यह गलत है।
हमारे और अन्य लोगों के विश्लेषण से साबित हुआ है कि यह वायरस इससे पहले ही पैदा हो गया था। भले ही वुहान में कुछ मामले आए, लेकिन यह वायरस जरूर वहां पैदा नहीं हुआ। गैरी ने कहा कि सतह प्रोटीन उत्परिवर्तन इस वायरस के महामारी के रूप में बदलने का कारण हो सकता है। लेकिन इससे पहले इस वायरस का कमजोर संस्करण वर्षों से यहाँ तक कि दशकों से लोगों के बीच फैल चुका था। इससे पहले प्रोफेसर गैरी की टीम द्वारा नेचुरल मेडिसिन में प्रकाशित एक पेपर में यह परिणाम साबित हुआ है कि नया कोरोना वायरस प्रकृति में पैदा हुआ।