पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद के कांग्रेस के दामन पर मुसलमानों के खून के धब्बे वाले विवादित बयान पर पार्टी ने पल्ला झाड़ लिया है. कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा कि यह सलमान खुर्शीद की निजी टिप्पणी है. कांग्रेस पार्टी उनके इस बयान से असहमत है. कांग्रेस नेता पुनिया ने कहा कि कांग्रेस ऐसी इकलौती पार्टी है, जिसने आजादी के पहले और बाद समाज के सभी लोगों के लिए काम किया है. सभी को समान अधिकार देने के साथ ही विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ खड़ी रही है.
इस दौरान राज्यसभा में कांग्रेस सांसद पीएल पुनिया ने महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण की भी मांग उठाई. पंचायती राज व्यवस्था पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए किसी योग्यता की जरूरत नहीं है, लेकिन पंचायत चुनाव लड़ने के लिए तमाम शर्तें हैं. बीजेपी नहीं चाहती कि पंचायती राज संस्था मजबूत हो.
उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थानों में बत्तीस लाख से ज्यादा निर्वाचित प्रतिनिधि हैं, जिसमें करीब आधी संख्या महिलाओं की है. 73वें-74वें संविधान संशोधन के बाद महिलाओं के प्रतिनिधित्व को लेकर जागरुकता आई है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर उन्होंने कहा कि उन्होंने पार्टी में जान फूंकी और युवाओं को आकर्षित किया. पुनिया ने नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत के बयान का जिक्र करते हुए भी बीजेपी पर करारा हमला बोला.
उन्होंने कहा कि नीति आयोग के सीईओ ने छत्तीसगढ़ समेत कई एनडीए शासित राज्यों में विकास काम नहीं होने की बात कही है. उन्हें सच्चाई बयान करने के साथ-साथ ऐसे राज्यों के लिए ब्लू प्रिंट भी सामने रखना चाहिए था. इस बीच पुनिया ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बिहार में 15 साल से सुशासन बाबू की सरकार है. इसके अलावा राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भी 15 साल से बीजेपी की सरकार है.
पुनिया ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पिछड़े इलाकों के लिए यूपीए सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं को बंद कर दिया. इन एनडीए शासित राज्यों का दुर्भाग्य है. दरअसल, सोमवार को नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा था कि भारत के दक्षिणी और पश्चिमी हिस्सों के राज्य तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के कारण देश पीछे जा रहा है.