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धनतेरस के दिन इन 4 जगहों में से किसी भी एक जगह पर जला दें दीपक, छप्पर फाड़कर बरसेगा धन ..

जैसा की आप सभी जानते ही होंगे की दिवाली

आने वाला है और दीवाली का इंतजार तो हर किसी को होता है वहीं आपको ये भी पता होगा की दीपावली पांच पर्वों का अनूठा त्योहार है। इसमें धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा और यमद्वितीया आदि मनाए जाते हैं।जिसमें से आज हम आपको धनतेरस से जुड़ी कुछ विशेष जानकारी देने जा रहे हैं। धनतेरस यानि की धनत्रयोदशी इस दिन भगवान धनवंतरी का जन्म हुआ था और इसीलिए इस दिन को धन तेरस के रूप में पूजा जाता है।

शास्त्रों के अनुसार,

समुद्र मंथन के दौरान त्रयो‍दशी के दिन भगवान धनवंतरी प्रकट हुए थे, इसलिए इस दिन को धन त्रयोदशी कहा जाता है। धन और वैभव देने वाली इस त्रयोदशी का विशेष महत्व माना गया है। दीपावली के दो दिन पहले आने वाले इस त्योहार को लोग काफी धूमधाम से मनाते हैं। इस दिन गहनों और बर्तन की खरीदारी जरूर की जाती है। इस बार धनतेरस 5 नवंबर को है। आपको बताते चलें की हमारे शास्त्रो में कहा गया है की दीवाली की रात महालक्ष्मी को प्रसन्न करने की रात होती है। इतना ही नहीं ये भी बताया गया है की दीपावली की रात कुछ स्थानों पर दीपक जलाने से माता लक्ष्मी की आपके घर में कृपा होती है।

लेकिन शायद आपको ये नहीं पता होगा की

धनतेरस की रात भी बेहद महत्वपूर्ण होती है और जिस तरह आप दीवाली पर माता लक्ष्मी को प्रसन्न करते हैं उसी तरह धनतेरस पर आप भगवान धनवंतरी को खुश कर अपनी धन संबंधी समस्याएं दूर कर सकते हैं। जी हां आपको बता दें की भगवान धनवंतरी को नारायण भगवान विष्णु का ही एक रूप माना जाता है।

इनकी चार भुजाएं हैं, जिनमें से दो भुजाओं में वे शंख और चक्र धारण किए हुए हैं। दूसरी दो भुजाओं में औषधि के साथ वे अमृत कलश लिए हुए हैं।ऐसा माना जाता है कि यह अमृत कलश पीतल का बना हुआ है क्योंकि पीतल भगवान धनवंतरी की प्रिय धातु है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं की धनतेरस की रात आखिर कहां कहां दीपक जलाने से आपके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे।

ये हैं वो 4 जगहें

सबसे पहले तो आपको बता दें की अगर संभव हो सके तो धनतेरस की रात आप अपने आसपास के श्मशान में दीपक जरूर लगाएं क्योंकि ऐसा माना जाता है कि शमशान में धनतेरस की रात को दीपक जलाने से माता लक्ष्मी के साथ साथ भगवान धनवंतरी भी प्रसन्न होते हैं।

इसके अलावा आप चाहे तो धन प्राप्ति के लिए धनतेरस के दिन आप रात के समय घर के दरवाजे की चौखट के दोनों तरफ दीपक जलाएं।

इतना ही नहीं माना तो ये भी जाता है की पीपल के वृक्ष में माता लक्ष्मी का वास होता है इसलिए अगर धनतेरस के दिन आप सांध्य काल के समय पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जरूर जलाएं।

वहीं अगर इसके अलावा आपके घर के

आसपास कोई बिल्व पत्र का पेड़ है तो धनतेरस को सायं काल के समय बिल्व पत्र के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाएं।

आप चाहे तो इन 4 जगहों पर दिये जला सकते हैं अगर आप इन चारों जगहों पर नहीं जला सकते तो इनमें से कोई भी एक जगह आप दिये जला सकते हैं ऐसा करने से भगवान धनवंतरी और माता लक्ष्मी दोनों ही प्रसन्न होंगे और खूब धन बरसाएंगे।

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