को’रोना वाय’रस के बीच ईसाई सरकार ने मुस’लमानों से कहा मस्जि’द में अज़ान दें
कोरो’नावायरस की वजह से तमाम दुनिया परेशान है और इसको दूर भगाने की पूरी कोशिश कर रही है. हालाँकि ये भी सच है कि भारतीय मेन स्ट्रीम मीडिया हर तरह से ऐसी कोशिश में जुटा है कि वो हिन्दू मुसल’मान करे. इंसान जब इस तरह के माहौल में भी हिन्दू-मु’सलमान करता है तो ज़ाहिर है कि समाज किस हद तक नीचे आ चुका है ये हमें समझ लेना चाहिए. हालाँकि सब जगह यही हाल नहीं है कई जगह पर समुदायों के बीच रिश्ते बेहतर हो रहे हैं और साथ इस मुश्किल से निपटने की बात हो रही है.
बात जर्मनी की है. जर्मन मीडिया आउटलेट्स की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोनोवायरस लॉक के बीच मुसलमा’नों के मनोबल को बढ़ाने के लिए जर्मनी की मस्जिद हर शाम प्रार्थना करने के लिए बुला रही है। वहीँ अज़ान देने के लिए तुर्की के मुस्लिम छात्र समूह DITIB को शुक्रवार से बुलाया जा रहा है। जर्मनी में डीआईटीआईबी के प्रतिनिधि फहार्टिन एल्पेकिन ने कहा “मुस्लिम के प्रार्थना करने के लिए 50 से अधिक स्थानीय मस्जिदों में अज़ान दी जा रही है । लाउडस्पीकर द्वारा प्रसारित किए जा रहे अज़ान को आम तौर पर जर्मनी में विशेष अवसरों को छोड़कर अनुमति नहीं दी जाती है।
Untuk Pertama kali dalam sejarah dunia di ciptakan Kota Berlin Germany di Europe membenarkan Azan di kumandangkan Allahu Akbar.. pic.twitter.com/lbIm3H48Bm
— M. Safian (@MSafian7) April 5, 2020
उन्होंने बाताया की “हमारे पड़ोसी चर्चों ने यह भी पूछा कि क्या हम हर शाम एकजुटता के इस संकेत में भाग लेना चाहते हैं,”बता दें की इटली और स्पेन के बाद, जर्मनी यूरोप में देश है जो महामारी की चपेट में है। शुक्रवार को जर्मनी की मौत का आंकड़ा बढ़कर 1,230 हो गया, जबकि नीदरलैंड्स की मौत का आंकड़ा 1,487 को पार कर गया। इस वायरस ने पूरी दुनिया में अपना क़हर बरपाया है. भारत में भी इससे लड़ने के लिए सरकार ने विशेष इंतजाम किए हैं.