झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले ओवैसी ने चला ये बड़ा रा’जनी’ति’क कार्ड, विपक्षी दल हुए है’रा’न
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को आप बहुत ही कम समय शेष रह चुका है। सभी राजनीतिक दल अपने-अपने उ’म्मी’दवारों का नाम फाइनल करने में जुटे हुए हैं। राज्य में आचार संहिता लागू हो चुकी है। भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के गठबंधन के फैसले की घो’षणा का इंतज़ार बेस’ब्री से किया जा रहा है।
महाराष्ट्र में ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता इम्तियाज जलील भी पार्टी को मजबूत करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। आपको बता दें कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में औरंगाबाद सीट से एआईएमआईएम ने जीत द’र्ज की थी। इसके साथ पार्टी अध्यक्ष और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के साथ झारखंड में भी आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है।
रांची में उन्होंने हाल ही में अपनी पहली रैली को संबोधित किया बताया जा रहा है कि झारखंड की अहम सीटों पर पार्टी अपने उम्मीदवार उतारेगी। रांची पहुंचे असदुद्दीन ओवैसी ने हाल ही में मॉ’ब लिं’चिं’ग का शि’का’र हुए तबरेज अंसारी के परिवार से भी मुलाकात की है। गौरतलब है कि झारखंड में तबरेज अंसारी का मामला एक बड़ा चु’नावी मुद्दा है। बताया जा रहा है कि झारखंड पहुंचे ओवैसी ने तबरेज अंसारी के परिवार से मुलाकात करके मु’स्लि’म का’र्ड चल दिया है।
लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मॉ’ब लिं’चिं’ग के शि’का’र हुए तबरेज अंसारी की पत्नी शाइस्ता परवीन को आश्वासन दिया है कि उन्हें इस मामले में इं’साफ दिलाया जाएगा। आपको बता दें कि शाइस्ता परवीन ने झारखंड में हुई ओवैसी की रैली में भी हिस्सा लिया था और इससे पहले वह दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहुंचकर केंद्र सरकार से इं’सा’फ की गुहा’र भी लगा चुकी है।
आपको बता दें, कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी का रांची में सम्मेलन था। जिसकी वजह से वे दो दिन के झारखंड दौरे पर थे। अपनी रैली में ओवैसी ने कहा है कि उनकी पार्टी झारखंड में ‘मुस’लमा’नों, ई’साइ’यों, आ’दिवासि’यों और अन्य ध’र्मनिर’पेक्ष वि’चार’धा’रा वाले लोगों को एकजुट करेगी और देश के इस हिस्से में अपना राजनीतिक आधार बढाएगी।