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राहुल गांधी तेजी से बन रहे हिंदू, कहीं कुंभ तक नागा साधु का रुप न धारण कर लें…

नई दिल्ली. इन दिनों कांग्रेस के युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष खासी सुर्खीयां बटोर रहे हैं। दरअसल वे कैलाश मानसरोवर यात्रा पर हैं, जिसके चलते सोशल मीडिया पर कई यूजर उन्हें निशाना बनाए हुए हैं, कई टिप्पणियों में ऐसी भी हैं, जिनमें यूजर का कहना है कि राहुल गांधी जिस तेजी से हिंदू बन रहे हैं, कहीं वे कुंभ तक नागा साधु का रुप धारण न कर लें।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस समय कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर हैं. उनकी इस यात्रा को लेकर सोशल मीडिया में कई तरह की चर्चाएं. राहुल ने वहां से अपनी एक तस्वीर की तो केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने उसे फेक बता दिया. हालांकि तस्वीर बिलकुल सही और गिरिराज सिंह को खूब ट्रोल किया गया. राहुल गांधी की इस यात्रा को बीजेपी शुरू से ही सियासी स्टंट मान रही है. वहीं अब कांग्रेस की ओर से ट्वीटर पर जानकारी दी गई है कि राहुल गांधी इस यात्रा के दौरान 46433 कदम चल चुके हैं. इस दौरान उनकी हृदय गति 73बीपीएम, 34.31 किलोमीटर की यात्रा, 4446 कैलोरो बर्न की है. अब देखने वाली बात यह होगी कांग्रेस की ओर से दी गई इस जानकारी पर भी कहीं ट्रोलिंग न शुरू जाएगी. वे यात्रा पर 31 अगस्त को रवाना हुए थे। 12 सितंबर को नई दिल्ली लौटेंगे। राहुल गांधी ने आज ट्विटर पर 18 सेकेंड का वीडियो का शेयर किया है। कुछ तस्वीरें भी शेयर कीं। जिससे पता चलता है कि वह कैलाश मानसरोवर यात्रा पर गए हुए हैं। लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्री गिरिराज सिंह ने उनकी इस यात्रा फर्जी करार दिया। उन्होंने राहुल गांधी की एक तस्वीर को ट्वीट करते हुए लिखा कि ये तो फोटोशॉप है …छड़ी की परछाईं गायब है यानी उनके मुताबिक राहुल गांधी कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर गए ही नहीं। उसके बाद कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट कर सबूत पेश किए।कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को राहुल की कैलाश पर्वत के सामने एक तस्वीर और उनकी फिटनेस वॉच के आंकड़े जारी किए गए। साथ ही कांग्रेस ने बताया कि कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान राहुल गांधी तकरीबन 34 किलोमीटर पैदल चले।

राहुल ने कहा था- यहां कोई नफरत नहीं:

राहुल गांधी ने बुधवार को कहा था कि व्यक्ति कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर तब जाता है, जब सरोवर उसे बुलाता है। मैं बहुत खुश हूं कि मुझे यह मौका मिला और मैं आपसे इस खूबसूरत यात्रा के अनुभव को साझा कर पा रहा हूं। राहुल ने मानसरोवर के पानी को बहुत शांत बताया था। उन्होंने कहा था- “यह पानी बहुत कुछ देता है। कोई भी इसका पानी पी सकता है। यहां कोई नफरत नहीं है। यही वजह है कि हम भारत में इस तरह के पानी की पूजा करते हैं।” कैलाश मानसरोवर यात्रा पर गए राहुल गांधी ने बुधवार को सोशल मीडिया पर मानसरोवर झील की तस्वीरें शेयर कर कहा कि यहां कोई द्वेष नहीं है। गांधी ने ट्विटर पर मानसरोवर झील की कुछ तस्वीरें शेयर कीं और कहा, ‘मानसरोवर झील का पानी बहुत मंद और शांत है। वो सब कुछ देता है और कुछ नहीं खोता। कोई भी यहां का पानी पी सकता है। यहां द्वेष नहीं है। यही कारण है कि हम भारत में इस पानी की पूजा करते हैं।’

‘कर्नाटक चुनाव के दौरान यात्रा तय की थी’:

राहुल ने अप्रैल में कर्नाटक चुनाव के दौरान इस यात्रा की घोषणा की थी। राहुल ने कहा था- कुछ दिन पहले जब हम कर्नाटक आ रहे थे तो हमारा प्‍लेन अचानक किसी खराबी की वजह से 8000 फीट नीचे आ गया, मुझे लगा कि गाड़ी गई। उसी वक्त मैंने कैलाश मानसरोवर जाने का तय कर लिया था। इससे पहले उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘जब बुलावा आता है तब कोई व्यक्ति कैलाश जाता है। मैं इस बात से बहुत प्रसन्न हूं कि मुझे यह अवसर मिला और इस सुंदर यात्रा में जो देखूंगा उसे आप लोगों के साथ साझा कर सकूंगा।’

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