क्रिकेट दुनिया का अगला सचिन तेंदुलकर बनने वाला था ये खिलाड़ी, लेकिन इन वि’वा’दों ने कर दिया..
क्रिकेट की दुनिया में सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने एक अहम भूमिका निभाई है। दुनिया भर में सचिन तेंदुलकर के फैंस द्वारा उन्हें भगवान की तरह पू’जा जाता है। मास्टर ब्लास्टर सचिन भले ही क्रिकेट दुनिया से सं’न्या’स ले चुके हैं। लेकिन उनकी लोकप्रियता आज भी कायम है और उन्हें अपने फैंस से काफी प्यार मिलता है।
आज हम आपको भारतीय क्रिकेट की सबसे अनोखी कहानियों में से एक कहानी बताने जा रहे हैं। जो कि क्रिकेटर अंबाती रायडू की है। आपको बता दें कि साल 2002 में जब रायडू ने अंडर-19 के मैच में करीब 1 रनों की पारी खेली थी और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली हर कोई इस युवा बल्लेबाज के बारे में बातें कर रहा था।
तभी यह सुगबुगाहट होने लगी थी कि अंबाती रायुडू भारतीय क्रिकेट को काफी आगे ले जाएंगे। 2004 में रायुडू ने भारतीय अंडर-19 टीम की कप्तानी की। इसके बाद इस बल्’लेबा’ज का करियर कहीं और चला गया। 30 सितंबर 1985 को आंध्र प्रदेश के गुंटूर में जन्मे रायडू को भारतीय क्रिकेटर दुनिया में एक युवा स’नस’नी के तौर पर माना जाता था।
जिसमें लोगों को अगला सचिन तेंदुलकर बनने की का’बिलिय’त भी नजर आती थी लेकिन विवादों ने इस क्रिकेटर का कैरियर डु’बो’या कि इसके बाद यह कभी भी उस तरह से दोबारा ऊपर नहीं उठ पाए। भारतीय क्रिकेटर में अंबाती रायडू जाना माना नाम है। जिनकी प्रतिभा किसी से छिपी हुई नहीं है। इस खिलाड़ी की प्रतिभा किसी से छिपी नहीं है।
कई दिग्गज क्रिकेटर्स इस ब’ल्लेबा’ज का लो’हा मान चुके हैं, लेकिन रायुडू अपने बर्ताव के कारण बु’लंदि’यों पर नहीं पहुंच सके। वैसे, यह कहना गलत नहीं होगा कि इस क्रिकेटर के साथ काफी ना’इंसा’फी भी हुई।
आपको बता दें कि आईपीएल में मुंबई इंडियंस ने रायुडू को पहचान दिलाई। यहां करिश्माई प्रदर्शन करके रायुडू ने फिर राष्ट्रीय टीम के दर’वा’जे ख’टख’टाए। फिर 2014 में दाएं हाथ के बल्लेबाज का भारतीय टीम में सिले’क्शन हुआ। रायुडू को लगभग हर वनडे मैच में खेलने का मौका मिला। उनका करियर वापस पटरी पर लौट रहा था।