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पितर इस तरह से देते है आपको संकेत की वो नारज है या खुश जिसे जानना आपके लिए बेहद जरुरी है !

दोस्तों आपका हमारे इस लेख में स्वागत है आज हम आपको एक ऐसी जानकरी देने वाले है जिसे जानना बेहद जरुरी है तो आइये शुरू करते है वो कौन से वो संकेत है जिससे पता चलता है की पितर खुश है या नारज !

हिन्दू धर्म में पितृ अर्थात मृत पूर्वजों का तर्पण करवाना बहुत प्राचीन प्रथा है। जिसके लिए हमारे पंचांग में श्राद्ध पक्ष के सोलह दिन निर्धारित किए गए हैं जिसमे व्यक्ति अपने पूर्वजों को याद करते है और उनका तर्पण करवा कर उन्हे शांति और तृप्ति प्रदान करते है। ताकि आपको उनका आर्शीवाद और सहयोग मिलता रहे।

मान्यता है कि जो लोग पितृ पक्ष में अपने पितरो के तर्पण, पिंडदान और श्राद जैसे कार्य नहीं करते हैं उन्हें अपने जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है|यदि  आप ये जानना चाहते हैं कि आपके पितरों का आशीर्वाद आप पर बन रहा है या नहीं तो हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे संकेत, जो इस बात की ओर इशारा करते हैं कि आपके पितृ आपसे नाराज हैं या फिर प्रसन्न |तो आइये जानते है

यदि आपके पितृ आपसे नाराज है और आप पर पितृदोष  है तो कुछ ऐसे संकेत प्राप्त होते है:

संतान से जुड़ी समस्या

आपको बता दे यदि आपके पितृ आपसे नाराज है तो ऐसे में आपको सन्तान से जुड़ी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है जैसे ,सन्तान पैदा ना होना ,पैदा होने के बाद भी जीवित ना रहना और सन्तान का हमेशा बीमार रहना ये सब संकेत बताते है की आपके पितृ आपसे नाराज है और आपको उन्हें प्रसन्न करने के लिए शीघ्र ही कोई उपाय करना चाहिए

बनी रहती है धन की कमी

जिस घर में अक्सर आर्थिक तंगी बनी रहती है और पैसे पानी के तरह बह जा रहे हो ,किसी भी तरह का कोई लाभ प्राप्त ना होना ये सभी संकेत पितृ दोष के माने जाते है

शादी में आती है परेशानियां

पितृदोष की वजह से लोगो के विवाह में अड़चने आती है ,और कन्या के शादी बहुत मुश्किल से होती है फिर भी मनचाहा वर नहीं मिल पाता|

घर में अक्सर होते हैं झगड़े

जिस घर में पितृ खुश नहीं रहते उस घर में हमेशा ही क्लेश और लड़ाई झगड़े का माहौल बना रहता है ,घर में शांति नहीं रहती और इस वजह से परिवार के सदस्य ही एक दुसरे के दुश्मन बन जाते है |

 परिवार का कोई सदस्य रहता है बीमार

जिस घर में पितरों का आशीर्वाद नहीं रहता उस घर में हमेशा कोई न कोई व्यक्ति शरीरिक रूप से अस्वस्थ रहता है या फिर कभी कभी तो किसी गम्भीर बीमारी से भी जूझना पड़ जाता है |

यदि आपके पितरों का आशीर्वाद अप पर बना है वे आपसे प्रसन्न है तो कुछ ऐसे संकेत प्राप्त होते है:

श्राद्धय काल में अचानक धन की प्राप्ति, रुके हुए काम शुरू हो जाना या नए काम शुरू होना पितर कृपा के संकेत हैं। यदि आपके घर के किसी मृत व्यक्ति को याद करते ही आपके कामों में आ रही रुकावटें दूर हो जाती हैं तो आप पर पितरों की विशेष कृपा है। यदि आपको सपने में पितृ यानी पूर्वज खुश और आशीर्वाद देते हुए अक्सर नज़र आते हैं तो आपके पितर आपसे प्रसन्न है। सपने में सांप को अपनी सुरक्षा और सहयोग करते देखना भी पितरों का आशीर्वाद होने का संकेत है। अमावस्या या उस तिथि के आसपास जब लोगों को अकसर नुकसान होता है तब आपको विशेष लाभ होना या वाहन सुख मिलना पितरों की कृपा का इशारा है। जिन लोगों के अपने माता-पिता से संबंध मधुर होते हैं और घर में कभी किसी की आकस्मिक मौत न हुई हो तो ऐसे परिवारों पर पितरों की विशेष कृपा होती है।

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