हजरत अली रजि अल्लाह ताला अनु से एक शख्स ने एक बार सवाल किया कि मैं चाहता हूँ कि लोग मेरी इज्ज़त करें,और मुझ से मोहब्बत करें, जहां भी मैं जाऊँ लोग मुझे अच्छी नज़रों से देखें,इसके लिए मैं क्या करूँ।उस शख्स के जवाब में मौला अली रज़ी अललहू ताला ने फरमाया कि सात चीज़ें हैं अगर तो वह कर ले तो लोग तेरी इज्ज़त करें और दुनिया के लोग तुझ से मोहब्बत करेंगे।
उस शख्स ने सवाल किया कि वह सात चीज़ें क्या हैं,इसके जवाब में मौला अली रज़ी अललहू ताला ने फरमाया सबसे पहली चीज़ यह है कि तू अपने माँ बाप की इज्ज़त किया करो,उनसे कभी भी बदतमीजी न करो,ना उन्हें कभी बुरा भला कहा करों,बल्कि उनके साथ में नरमी से पेश आया करो।
हजरत अली रजि अल्लाह ताला अनु ने फरमाया ने किसी पर ज़ुल्म न करो बल्कि लोगों के साथ मोहब्बत से पेश आओ.गरीबों को कभी मत सताओ. हमेशा उनकी मदद करते रहो।तीसरी चीज़ जो मौला अली रज़ी अललहू ताला ने फरमाया कि कभी झूठ न बोलना,क्योंकि सारी बुराई झूठ से शुरू होती है,जो इंसान झूठ बोलने लगता है तो वह गलत कामों में पड़ जाता है।
चौथी चीज़ मौला अली रज़ी अललहू ताला ने फरमाया ने फरमाया कि नशा न किया करो।नशा करने से पूरा पूरा घर उजड़ जाता है,पूरा खानदान बर्बाद हो जाता है।नशे की वजह से इंसान अच्छे बुरे की तमीज़ नहीं कर पाता है।पाँचवीं चीज़ मौला अली रज़ी अललहू ताला ने फरमाया ने फरमाया कि ज़िना कभी न करना, बिना निकाह के किसी औरत के साथ ताल्लुक न बनाना,इस से घर में तबाही आती है, और घर से बरकत खत्म हो जाती है।
छटी चीज़ मौला अली रज़ी अललहू ताला ने फरमाया कि कि कभी तक्ब्बुर गुरूर नहीं करना,जो इंसान अपने माल, औलाद या खूबसूरती पर गुरूर करता है.वह तबाह कर दिया जाता है अगर अल्लाह ताला ने कुछ नवाजा है,तो उस पर गुरूर न करो, बल्कि अल्लाह ताला का शुक्र अदा करो। सातवीं चीज़ मौला अली रज़ी अललहू ताला ने फरमाया कि कभी हराम नहीं खाना क्योंकि हराम खाने से अल्लाह ताला दुआ कुबूल नहीं करता है और औलाद नाफ़रमान हो जाती है,वहीं अल्लाह ताला का लानत भी ऐसे इंसान पर होता है।