12वीं की छात्रा तंत्र-मंत्र से कर रही थी बड़ी बहन का इलाज, 18 घंटे के ड्रामे के दौरान मौत हो गई
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में तंत्र-मंत्र से इलाज के चक्कर में 30 साल की महिला की जान चली गई। एक परिवार 18 घंटे तक कमरा बंद करके टोना-टोटका करता रहा। पड़ोसियों की सूचना पर आई पुलिस ने जबरदस्ती दरवाजा खुलवाया, पर तब तक महिला की मौत हो गई थी। पुलिस के पहुंचने पर तंत्र-मंत्र कर रही 12वीं की छात्रा पुलिस को भी धमकाती रही।
2 कमरों में बंद थे 25 लोग
घटना चर्च बस्ती की निवासी गीताबाई के घर की है। गीताबाई के पति मोहनलाल का निधन हो चुका है और उनकी 5 बेटियां हैं। 30 साल की बेटी सुनीता भीम ब्वायर से अपने मायके आई हुई थी। उसकी तबीयत बिगड़ी तो मां और बहनों ने टोने-टोटके से इलाज शुरू कर दिया। ये सब सबसे छोटी बेटी कर रही थी, जो 12वीं में पढ़ती है।
पड़ोसियों ने बताया कि घर के सदस्यों का मानना है कि सबसे छोटी बेटी में गीताबाई के पति मोहनलाल की आत्मा आती है। पड़ोसियों ने बताया कि कमरे से आवाजें आ रही थीं और ऐसा लग रहा था कि ये लोग मारपीट कर रहे हों। करीब 18 घंटे तक सुनीता का तंत्र-मंत्र से इलाज चलता रहा, तबीयत बिगड़ी तो पुलिस को बुलाया गया। बीमार युवती को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाती उसकी मां गीताबाई।
पुलिस को भी दिखाते रहे आत्मा का डर
पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उसे भी ये परिवार टोने-टोटके का डर दिखाने लगा। कई घंटों तक ये लोग पुलिस को सुनीता को हाथ लगाने से रोकते रहे। पुलिस ने जबरदस्ती इस परिवार को घर से बाहर निकाला। दो कमरों में से करीब 25 लोग बाहर निकले। इनमें बच्चे और महिलाएं भी थीं। पुलिस सुनीता को लेकर अस्पताल पहुंची, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
महिला के शरीर पर थे चोट के निशान
अस्पताल के डॉ. अनिल जाटव और अन्य मेडिकल स्टाफ भी मौके पर पहुंचा था। डॉक्टर जाटव के मुताबिक परिवार मानसिक रोगियों की तरह व्यवहार कर रहा था। DSP झाबरमल यादव ने बताया कि गीताबाई को लगता है कि उसके परिवार पर उसकी बहन की बेटी ने कोई टोना-टोटका कर दिया है और इसीलिए परिवार की स्थिति खराब हो गई है।
झाबरमल यादव ने कहा कि महिला की मौत बीमारी से हुई या उससे मारपीट की गई, इसका पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से चलेगा। उन्होंने कहा कि महिला के शरीर पर चोट के निशान थे। पड़ोसियों का कहना है कि ये लोग आपस में मारपीट कर रहे थे।