मध्यप्रदेश ह’नीट्रै’प मामले में एसआईटी ने किया अब तक का सबसे बड़ा खु’ला’सा, इन अफसरों के नाम..
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हाल ही में सामने आए हनीट्रैप मामले में एक के बाद एक बड़े खु’ला’से होते नजर आ रहे हैं। इस हाई प्रोफाइल मामले में कई बड़े नेताओं और अफसरों को नाम उजागर हो रहे हैं। ह’नीट्रै’प मामले में भोपाल के पॉश इलाके में रहने वाली कुछ महिलाओं को हि’रा’सत में लिया गया है जो कि इस सारे जाल को बुन रही थी।
खबर के मुताबिक, हनीट्रैप मामले की आरोपी श्वेता विजय जैन, श्वेता स्वप्निल जैन और बरखा को 30 सितंबर तक पुलिस रि’मां’ड पर भेजा दिया गया है। अन्य आ’रो’पी आरती दयाल और मोनिका यादव को एक अक्टूबर तक पुलिस रि’मां’ड पर भेज दिया गया है। आपको बता दें कि इस मामले में ह’नी ट्रै’प के मुख्य आरोपी श्वेता विजय जैन ने पूछताछ में एसआईटी को बताया है कि उसके साथ 40 कॉ’ल ग’र्ल्स जुड़ी हुई थी।
जिनमें बॉलीवुड की कुछ बी’ग्रे’ड अभिनेत्रियां भी शामिल हैं। अब तक इस मामले में 92 वीडियो क्लिप्स की जांच की जा चुकी है। जिनमें कई राजनेताओं और नौकरशाहों का वीडियो भी शामिल है। हालांकि पुलिस किसी का भी नाम उजागर करने से बचती हुई नजर आ रही है। पूछताछ में सामने आया है कि ये रै’के’ट वी’आ’ईपी लोगों के आगे युवा लड़कियों को चारा बनाकर जा’ल बि’छा’ने और फिर उन्हें ब्लै’क’मे’ल कर पैसे वसूलने का काम कर रहा था। इस गैंग का नेटवर्क मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में फैला हुआ था।
पूछताछ में ह’नीट्रै’प की मुख्य आ’रो’पी श्वेता विजय जैन ने बताया कि वह मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाली 20 से अधिक छा’त्रा’ओं को अफसरों के पास भेजती थी। इसके साथ श्वेता ने इस बात का खु’ला’सा भी किया कि ह’नीट्रै’प का मुख्य उद्देश्य एनजीओ को फंडिंग करवाना, सर’का’री ठे’के और वीआईपी लोगों को टा’र’गेट करना था।
आपको बता दें कि इस रै’के’ट का खु’ला’सा तब हुआ जब इंदौर नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह ने इंदौर पु’लि’स पर गि’रो’ह के सदस्यों को ब्लै’क’मेल करने और जब’रन वसू’ली के रूप में 3 करोड़ रुपये की मांग करने का आ’रोप लगाया। इसके बाद एसआईटी ने इं’दौ’र पुलिस से जां’च अपने हाथ में ले ली।