हिन्दू धर्म में दान को एक पुण्य कर्म कहा गया है, ऐसी मान्यता है कि हिन्दू धर्म के हर अनुयायी को अपनी इच्छा और सामर्थ्य अनुसार दान करते रहना चाहिए। हिन्दू धर्म के अनुसार दान धर्म से बड़ा ना तो कोई पूण्य है ना ही कोई धर्म। दान, भीख. जो भी बदले में कुछ भी पाने की आशा के बिना किसी ब्राह्मण, भिखारी, जरूरतमंद, गरीब लोगों को दिया जाता है उसे दान कहा जाता है. “दान-धर्मत परो धर्मो भत्नम नेहा विद्धते”। हर धर्म में दान का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धान करने से इंसान के भीतर त्याग और बलिदान की भावना आती है।
दान करने से व्यक्ति को संतुष्टि मिलती है। दान को पुण्य का काम माना जाता है। शास्त्रों में भी दान का बहुत महत्व बताया गया है। हमारे हिंदू धर्म में दान पुण्य को खास अहमियत दी गई है. सदियों से यह मान्यता चली आई है कि जो व्यक्ति अपने जीवन में दान पुण्य जैसे अच्छे कर्म करता है उसके समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं और वो पुण्य का भागीदार बन जाता है.
हालांकि हमारे कई धार्मिक शास्त्रों में दान पुण्य को लेकर कई नियम भी बताए गए हैं जैसे की हमे कभी भी लाभ की प्राप्ति के लिए दान नहीं करना चाहिए बल्कि सदैव ही निस्वार्थ भाव से दान पुण्य जैसे कर्म करने चाहिए इसके अलावा कुछ चीजें ऐसी भी हैं, जिनका सूर्यास्त के समय दान देना आप पर ही भारी पड़ सकती हैं। इससे आपकी आर्थिक स्थिति भी कमजोरी होती है।आइये जानते हैं आखिर क्या हैं वे चीजें, जिनको सूर्यास्त के समय दान नहीं देना चाहिए।
सूर्यास्त के बाद पैसों का दान
शास्त्रों के अनुसार सूर्यास्त के बाद किसी को भी पैसे नहीं देने चाहिए|अक्सर ऐसा देखा गया है की शाम के समय लोग घर का मुख्य द्वार खोलकर रखते हैं। दरअसल पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि इस समय घर में लक्ष्मीजी का आगमन होता है। ऐसे में धन किसी और को देना लक्ष्मी को विदा करना माना जाता है।इसलिए अगर शाम के वक्त कोई आपसे पैसे मांगता है तो कोशिश करें कि उसे सुबह के वक्त ही पैसे दें.
सूर्यास्त के बाद दही का दान
अक्सर हम अपने घरों में देखते ही कि शाम के समय लोग आते है कि थोड़ा सा दही दे दो, दही जमाना है। लेकिन आपको दही नहीं देना है। क्योंकि दही का संबंध शुक्र से माना गया है। वहीं शुक्र को सुख और वैभव का कारक माना गया है। इसलिए कभी भी शाम के समय दही नहीं देना चाहिए।
सूर्यास्त के बाद दूध का दान
जैसा कि आप जानते हो दूध का संबंध धन की देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु से माना गया है। सांयकाल में दूध दान में देने से बचना चाहिए। ऐसा कहा गया है कि इससे बरकत चली जाती है। घर में सुख-शांति के लिए सांयकाल में दूध का दान ना करें।
सूर्यास्त के बाद प्याज और लहसुन का दान
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार सूर्यास्त के पश्चात् हमे भूल से भी प्यार और लहसून का दान नहीं करना चाहिए क्योंकि प्याज और लहसून का सम्बन्ध नकारात्मक शक्तियों का स्वामी ग्रह केतु ग्रह से माना गया है इसके साथ ही सूर्यास्त के बाद का समय टोना-टोटका करने का प्रचलित है ,इसलिए शाम के वक्त प्याज और लहसुन का दान ना तो करना चाहिए और ना ही किसी से मांगकर उसका इस्तेमाल करना चाहिए.
बहरहाल शास्त्रों के अनुसार इन चार चीजों का दान सुबह और दिन के वक्त करना लाभदायक होता है लेकिन सूर्यास्त के बाद इन चीज़ों का दान करके आप कंगाल और परेशान हो सकते हैं.