इंदिरा गांधी की शादीशुदा जिंदगी का वो राज जो सबको नही पता, शादी के बाद भी करती रही ये काम ..
भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री
इंदिरा गांधी के बारे में तो आप सभी लोगों को अच्छी तरह जानते होंगे। भारतीय राजनीति के इतिहास में एक बेहद मजबूत इरादों वाली महिला के तौर पर जानी जाने वाली इंदिरा गांधी की जिंदगी से जुड़े कई किस्सों के बारे में तो आपने आज से पहले कई बार सुना होगा। परंतु आज हम आपको उनकी शादीशुदा जिंदगी से जुड़े कुछ ऐसे राज बताने वाले हैं जिसके बारे में आप सभी लोगों को आज से पहले शायद ही कुछ मालूम होगा। तो चलिए जानते हैं इंदिरा गांधी की शादीशुदा जिंदगी से जुड़े कुछ अनजाने राज।
16 साल के फिरोज में 13 साल की उम्र में इंदिरा गांधी को किया प्रपोज
बर्टल फलक के द्वारा लिखी गई किताब
“फिरोज द फॉरगेटन गांधी” में इंदिरा गांधी और फिरोज गांधी के संबंधों का जिक्र किया गया है। इस किताब में ऐसा लिखा गया है कि इंदिरा गांधी पहली बार जब 13-14 साल की उम्र में फिरोज गांधी से मिली थी उस दौरान 16 साल के फिरोज गांधी ने इंदिरा को बार बार प्रपोज किया था। कई बार प्रपोज करने के बावजूद इंदिरा गांधी इस रिश्ते को कबूल नहीं कर पाई क्योंकि उस वक्त उस उम्र में ऐसा कर पाना बिल्कुल भी संभव नहीं था।
परंतु जब कुछ साल बाद दोनों की मुलाकात
पेरिस में हुई तो दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया था। उन दोनों के शादी करने के फैसले से इंदिरा गांधी के पिता जवाहरलाल नेहरू को सख्त ऐतराज था। बावजूद इसके इंदिरा गांधी ने फिरोज के साथ शादी रचा ली और फिरोज को गांधी परिवार का सरनेम दे दिया।
आजादी की लड़ाई लड़ने में बीता बचपन
ऐसा बताया जाता है कि बचपन के दिनों से ही
इंदिरा गांधी भारत छोड़ो आंदोलन में लग गई थी। एक इंटरव्यू के दौरान इंदिरा गांधी ने इस बात का जिक्र किया था कि बचपन के दिनों में उनकी कोई सहेली नहीं हुआ करती थी क्योंकि इंदिरा गांधी लड़कियों के साथ गॉसिप करना बिल्कुल भी पसंद नहीं किया करती थी। अपने माता पिता के साथ इंदिरा गांधी को अपना वक़्त बिताना अच्छा लगता था। परंतु उस समय भारत छोड़ो आंदोलन की वजह से उनके पिता इतना ज्यादा व्यस्त हुआ करते थे कि उन्हें अपनी बेटी के साथ समय वक़्त बिताने का मौका ही नहीं मिलता।