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भूलकर भी कभी नहीं करें इन लोगों का अपमान, वरना बन जाएंगे शनिदेव के क्रोध के भागीदार

सभी देवताओं में शनिदेव ऐसे देवता हैं जिनसे आम लोग बहुत डरते हैं. इनका प्रकोप इतना भयंकर है कि कोई भी बुरा करने वाला इनके गुस्से का भागीदार बन जाता है. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक शनिदेव जितने गुस्से वाले होते हैं उतने ही दयालु भी हैं.शनिदेव सिर्फ हनुमान जी को ही मानते हैं और उन्हीं से शनिदेव डरते भी हैं. इसके अलावा अगर आप किसी बेगुनाह या फिर किसी मजबूर इंसान को सता रहे हैं तो कभी ना कभी आपको शनिदेव के क्रोध का हिस्सा बनना ही पड़ेगा. फिलहाल हम आपको बताएंगे उनके बारे में एक और खास बात कि भूलकर भी कभी नहीं करें किसी गरीब का अपमान, वरना शनिदेव बुरी तरह क्रोधित हो सकते हैं.

भूलकर भी कभी नहीं करें इन लोगों का अपमान

ज्योतिष में शनि को न्यायाधीश बताया गया है और ये ग्रह हमारे कर्मों का फल प्रदान कराते हैं. जो लोग गलत काम करते हैं या किसी के लिए बुरा चाहते हैं तो उन्हें शनि कोई अच्छा फल नहीं देते हैं किसी भी काम में उन्हें आसानी से सफलता नहीं मिल पाती है, और इसके साथ ही उनके घर-परिवार में परेशानियां बढ़ जाती हैं. शनिवार का कारक शनि है और विशेष रूप से इस दिन ऐसे कामों से बचना चाTitle Separator Site title हिए, जो शनिदेव को पसंद नहीं हों. तो चलिए बताते हैं कि शनिवार को कौन-कौन से काम नहीं करना चाहिए…

1. शनिवार के दिन घर में लोहा या फिर उससे बनी कोई भी चीज घर नहीं लानी चाहिए. इस दिन लोहे से बनी चीजें दान भी नहीं करनी चाहिए, ऐसा करना अच्छा नहीं माना ऐसा करना शनिदेव को पसंद नहीं.

2. किसी भी गरीब का अपमान करना सीधे शनिदेव को अपमानित करना होता है खासकर शनिवार के दिन ऐसा नहीं करना चाहिए. शनिदेव को गरीबों का प्रतिनिधित्व माना जाता है और इस कारण वे ऐसा होते देख नहीं पाते. अगर कोई अपमान करता है तो शनिदेव उन्हें किसी ना किसी रूप में परेशान करते हैं.

3. शनिदेव को मनाने के लिए शनिवार के दिन तेल का दान करना चाहिए. उनके मंदिर में सरसो के तेल का दिया जलाना शुभ माना जाता है लेकिन इस दिन तेल घर में खरीदकर नहीं लाना चाहिए.

4. शनिवार वाले दिन किसी को ना जूते-चप्पल उपहार में दें और ना किसी से लें. शनिवार को जूते-चप्पल का दान किसी गरीब को करेंगे तो शनि के दोष दूर हो सकता है.

5. शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने से अच्छा लाभ मिलता है. पूजा के बाद सात परिक्रमा करना जरूरी होता है कृपया पूजा को अधूरा नहीं छोड़ें कभी.

6. शनिदेव के लिए काले तिल का दान करें और हनुमान जी के मंदिर में भी सरसों के तेल का दीपक जलाकर शनिदेव की अराधना करना अच्छा होता है.

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